1. सरकारे दोआलम सल्लल्लाहो अलयहे वसल्लम का इरशाद है के छे चीज़े छे जगहों पर गरीबी हालतमे होती है.
(a) बे-अमल और बदकार शख्स के पेट में क़ुरआने पाक जब के वह हाफ़िज़ हो
(b) नेक मुसलमान मर्द जो बदचलन और बुरी औरतो के हाथमे हो
(c) नेक मुसलमान औरत जो बदकार मर्दके हाथ के नीचे हो
(d) ऐसा आलिम जो उन लोगोके बिच हो जो उसकी बात सुनते न हो
(e) बे-नमाज़ी लोगोके बिच मस्जिद।
ऐसे लोगोकी तरफ अल्लाह अज़वजल रहमत भरी निगाह नहीं फरमाता
2. सरकारे दोआलम सल्लल्लाहो अलयहे वसल्लम का इरशाद है के सात किस्म के लोगो पर मेरी लानत! अल्लाह तआला की लानत! और हर नबी की लानत!
(a) अल्लाह अज़वजल की किताबमे कमी करने या कुछ बढाने वाले पर
(b) तक़दीर के लिखे को क़ुबूल न करनेवाले पर
(c) ज़ुल्म और तकलीफे दे कर जब्बरदस्ती कब्ज़ा करनेवाले पर
(d) जिन बन्दो को अल्लाह अज़वजल ने इज़्ज़त आता फ़रमाई उनकी बे-इजजती करनेवाले पर
(e) अल्लाह अज़वजल ने जिन चीजोंको हराम ठहराया हो उन चीजोंको हलाल करार देनेवाले पर
(f) मेरी औलाद की बे-इजजती करनेवालों पर
(g) मेरी सुन्नते तर्क करनेवाले पर
सरकारे दोआलम सल्लल्लाहो अलयहे वसल्लम का इरशाद है के कयामत के दिन अल्लाह अज़वजल ऐसे लोगो पर रहमत की एक निगाह भी नहीं फरमाएगा